बारिश का मौसम है धीरे-धीरे गुजर जाएगा लगी है ठोकर अब वह सुधार जाएगा मां बाप की सत्ता से बेदखल होने पर प्रेमियों के दिमाग से आई लव यू का बुखार उतर जाएगा मिल चुका है सिला उसको यह दौर ए जहां अब गुजर जाएगा इसके सीने में प्रेम का दर्द हो रहा है है जिधर मयखाना अब वह उधर जाएगा