हिंदी भाषण
परम आदरणीय अध्यक्ष प्रबंधक गुरुजन गाड़ छात्र एवं छात्राएं वह दूर से दूर से आए हुए अतिथि गण आप सभी के सामने मैं गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर आप सभी को गणतंत्र दिवस की ढेर सारी बधाइयां समर्पित करता हूं
और तदुपरांत में उन तमाम वीर शहीदों को नमन करता हूं जिन्होंने आजादी की लड़ाई में अपना अमूल्य योगदान दिया उसके बाद मैं भारत के उन नेताओं को आदरांजली अर्पित करता हूं जिन्होंने आजाद आजाद भारत को एक बहुत अच्छा संविधान दिया जाहिर सी बात है कि हमारे मन में यह सवाल आता है कि आखिर या 26 जनवरी 26 जनवरी के दिन क्यों मनाया जाता है तो इसका सीधा सा जवाब होता है किसी दिन 26 जनवरी 1930 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत को स्वराष्ट्र घोषित किया था यानी कम शब्दों में कहा जाए तो भारत को 1 दिन के लिए आजादी दिया था मेरे हिसाब से लेकिन वाक्य क्या कागजों तक ही सिमट कर रह गया और हमें 26 जनवरी 1947 तक इंतजार करना पड़ा फतवे की सीआई सूखने से पहले लगभग डेढ़ लाख हिंदू मुस्लिम उलेमाओं ने अपनी जान के अजीम कुर्बानी दे दी और आप जान भी सकते हैं कि इंडिया गेट पर उन तमाम वीर शहीदों के नाम लिखे हुए आपको मिल जाएगी कभी आप जब भी सफर कीजिएगा इंडिया गेट का नजारा जरूर देखें झांसी की रानी लक्ष्मीबाई भगत सिंह सुखदेव लाला लाजपत राय वीर अब्दुल हमीद क्रांतिकारी उसके बाद अगर गणतंत्र दिवस की बात की जाती है तो एक व्यक्ति जिनके बिना अधूरा रहता है उस व्यक्ति का नाम आता है डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर जिन्होंने भारतीय संविधान में समानता भाईचारा और बंधुत्व संबंधी तमाम ऐसे कोशिश किए जिससे इंसानियत का नाता बरकरार उसके बाद प्रत्येक प्रयास और कोशिशों के लगातार रहते हुए हमें उन नेताओं को भी दरकिनार नहीं करना चाहिए संविधान की सबसे बड़ी खूबी हमारे सामने आती है हिंदू कोड बिल जो महिला महिलाओं के लिए बिल्कुल जो समाज में असाधारण स्थिति बनी हुई थी उसको दूर करने का प्रयास किया गया और उसमें बाबा साहब आपने कुर्सी को भी दांव पर लगा दिए थे और त्याग पत्र लिख दिया था उस संविधान सभा की ड्राफ्टिंग कमेटी उन्होंने इसलिए दिया था क्योंकि मैं अगर महिलाओं के लिए कुछ नहीं करता हूं तो ड्राफ्टिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाए जाने से कुछ लाभ नहीं है और शायद मैं अपने जमीर से सौदा कर रहा हूं
प्रत्येक भारतीयों के लिए आज गौरव का दिन है हमें मनाना भी चाहिए लेकिन तिरंगे को सम्मान के साथ मनाना चाहिए यह गर्व का दिन है हमें गर्व से खुलना चाहिए
की उत्तर में हिमालय हो हीम से बहती गंगा हो जन्नत हो कश्मीर जैसा अद्भुत अखंड नालंदा हो
और हर बार देश मेरा हिंदुस्तान हो हाथों में यही तिरंगा हो
जय भीम। जय भारत
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